भाग 1 आपका कल्याण हो !आशा करते है आप सब सकुशल होंगे " आजकल कोरोना महामारी ने विश्व को अस्त व्यस्त कर दिया ,हम सभी एक डर लेकर जीवन यापन कर रहे है । आज आपको जीने की कला के अंतर्गत आपसे बात कर रहे है ,मित्रो जीवन मरण सब प्रभू के हाथ है ,सब कुछ प्रारब्ध में तय किया जा चुका है इसमे किसको कब क्या किससे क्यों किसलिये मिलना है अब प्रश्न उठता है तो कर्म का क्या महत्व है ,,,मित्रो कर्म करने का अर्थ ये शास्त्रों में नही कहा है कि फल के कर्म करो ,पुराणों में कहा गया है सब कुछ निर्णय आपके ऊपर है आप प्रारब्ध के सुख दुःख को भोगने के साथ नवीन सद्कर्मो कर्मो के द्वारा पुनः पुण्यों को अर्जित करो।। भटको नही केवल कर्म करो ,अब इसमे ज्योतिष का क्या महत्व है आगे बात करते है ।। पुरण पंडित हरि हरो विजयते
सामाजिक आध्यात्मिक ज्योतिषीय अभिव्यक्ति
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